हिंदी में वाच्य परिवर्तन .. कैसे करते हैं.. इससे पूर्व जानते हैं कि वाच्य किसे कहते हैं…
वाच्य का अर्थ होता है…. वाक्य के कथन का प्रकार । क्योंकि….एक ही वाक्य को कई प्रकार से बोला या कहा जा सकता है।
जैसे…
*बालिका लिखती है।
बालिका के द्वारा लिखा जाता है।
राम पढ़ता है ।
राम द्वारा पढ़ा जाता है।
बालक पत्र लिखता है।
बालक द्वारा पत्र लिखा जाता है।
इन वाक्यों में भाव एक ही है ,परंतु अलग अलग ढंग से कहा गया है।…
इस प्रकार वाक्य के कथन में वाक्य में कुछ परिवर्तन हो जाता है … जैसे… लिखती है , लिखा जाता है , पढ़ता है , पढ़ा जाता है इत्यादि ।
यह परिवर्तन वाक्य में जो क्रिया शब्द हैं, उनके रूप में हुआ है। क्रिया का यह परिवर्तन किसी वाक्य में कर्ता के अनुसार हुआ है ,किसी वाक्य में कर्म के अनुसार हुआ है।
वाच्य की परिभाषा…
वाक्य में कर्ता, कर्म या भाव के अनुसार क्रिया के रूप में हुए परिवर्तन को वाच्य कहते हैं।
क्रिया के इस रूप परिवर्तन से यह बोध होता है कि वाक्य में कर्ता ,कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है,तथा वाक्य में क्रिया का संबन्ध कर्ता से है, कर्म से है या भाव से है।
इस प्रकार क्रिया के रुप परिवर्तन के आधार पर वाच्य के तीन प्रकार हैं….
१…कर्तृ वाच्य
२…कर्म वाच्य
३…भाव वाच्य
हिंदी में वाच्य परिवर्तन कैसे करते हैं..
कर्तृ वाच्य से कर्म वाच्य में परिवर्तन करते समयकर्तृ वाच्य के कर्ता के साथ..से या के द्वारा का प्रयोग होता है, वाक्य में आये कर्म में कोई परिवर्तन नहीं होता है। क्रिया सामान्य भूत काल में बदल जाती है। जैसे…मोहन बाजार जाता है। यह वाक्य कर्तृ वाच्य में है। यह कर्म वाच्य में इस प्रकार बदल जायेगा.. मोहन….मोहन से / के द्वारा बाजार…कोई परिवर्तन नहीं जाता है… जाया जाता है।
कर्तृ वाच्य से कर्म वाच्य में परिवर्तन…
वाक्य के कर्ता कारक में करण कारक का चिन्ह् से / के द्वारा का प्रयोग किया जाता है।
जैसे ..राम > राम से/ राम द्वारा
वाक्य के कर्म में कोई चिन्ह नहीं लगना चाहिये। अर्थात कर्म में कोई बदलाव नहीं किया जाता है।
क्रिया कर्म के लिङ्ग वचन और पुरुष के अनुसार होती है।
जैसे.. ” कविता पुस्तक पढ़ती है “। इस वाक्य में..
कर्ता…कविता
कर्म…पुस्तक
क्रिया…पढ़ती है।
अब इस वाक्य को कर्म वाच्य में इस प्रकार परिवर्तित किया जाएगा ..
कर्ता ..कविता के स्थान पर कविता के द्वारा हो जायेगा ।
कर्म पुस्तक में कोई बदलाव नहीं होगा।
क्रिया.. पढ़ती है , “पढ़ा जायेगा ” इस प्रकार परिवर्तित हो जायेगी। इस प्रकार..
कविता द्वारा पुस्तक पढ़ी जाएगी। इस प्रकार हो जायेगा ।
कर्तृ वाच्य से कर्म वाच्य में परिवर्तन के उदाहरण….
१.राकेश पुस्तक पढ़ रहा है।
राकेश द्वारा पुस्तक पढ़ी जा रही है।
२..मैं बोझ नहीं उठा सकता।
मुझसे बोझ नहीं उठाया जा सकता।
३..मुन्शी प्रेमचन्द ने कई उपन्यास लिखा।
मुन्शी प्रेमचन्द द्वारा उपन्यास लिखा गया।
४..स्वरा गीत गाती है।
स्वरा द्वारा गीत गाया जाता है।
५..सपना पुस्तक पढ़ती है ।
सपना द्वारा पुस्तक पढ़ा जाता है।
६..रसोईया भोजन पकाएगा ।
रसोईया द्वारा भोजन पकाया जायेगा ।
७..श्यामंत को यही पुस्तक खरीदना है।
श्यामंत द्वारा यही पुस्तक खरीदा जाना है।
८..वह पिताजी को पत्र लिखता है।
उसके द्वारा पिता जी को पत्र लिखा जाता है।
९..रूपेश अपना काम करे।
रूपेश द्वारा अपना काम किया जाए।
१०..तुलसीदास जी ने रामायण लिखा।
तुलसीदास जी द्वारा रामायण लिखा गया।
११..मैने महाभारत पढ़ी।
मेरे द्वारा महाभारत पढ़ी गई।
१२..सच्चे मित्र मुसीबत में साथ नहीं छोड़ते हैं।
सच्चे मित्र द्वारा मुसीबत में साथ नहीं छोड़ा जाता है।
१३..चित्रकार चित्र बनाता है।
चित्रकार द्वारा चित्र बनाया जाता है।
१४..आप नृत्य करिए ।
आपके द्वारा नृत्य किया जाय।
१५..मुझ पर भारी दबाव पड़ रहा था।
मुझ पर भारी दबाव डाला जा रहा था।
१६..केंद्र ने राज्यों को अनुदान दिया।
केंद्र द्वारा राज्यों को अनुदान दिया गया।
१७..पेड़ कट गए ।
पेड़ काट दिए गए।
कर्तृ वाच्य से भाव वाच्य में परिवर्तन…
नियम..
1..कर्तृ वाच्य के कर्ता के आगे से या के द्वारा लगा देते हैं।..राम = राम से / राम द्वारा
जैसे..
पक्षी उड़ते हैं।
पक्षियों द्वारा उड़ा जाता है।
2.. मुख्य क्रिया को सामान्य भूतकाल क्रिया के एक वचन में बदल देते हैं।
3..भाव वाच्य में प्रायः अकर्मक क्रियाओं का प्रयोग होता है।
भाव वाच्य की क्रिया सदा पुलिङ्ग् एक वचन में रहती है , उस पर कर्ता के लिङ्ग , वचन का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
उदाहरण…
१.. वह लिखेगा ।
उसके द्वारा लिखा जायेगा।
२..लोकेश आता है।
लोकेश द्वारा आया जाता है।
३..पक्षी रात में सोते हैं.
पक्षियों द्वारा रात में सोया जाता है।
४..मोहिनी नहीं हंसती ।
मोहिनी द्वारा नहीं हंसा जाता ।
५.. उमेश रोया।
उमेश द्वारा रोया गया।
६..वृद्ध चल नहीं सकता।
वृद्ध द्वारा चला नहीं जाता।
७..चलो , अब खेलते हैं।
चलो, अब खेला जाय।
८..मैं सुन नहीं सकती।
मेरे द्वारा सुन नहीं जा सकता।
९..रमा नहीं हसती।
रमा से हंसा नहीं जाता।
१०..कविता सुबह नहीं उठ सकी।
कविता से सुबह उठा नहीं जा सका।
हिंदी में वाच्य परिवर्तन
कर्म वाच्य तथा भाव वाच्य से कर्तृ वाच्य परिवर्तन …
कर्म वाच्य से कर्तृ वाच्य परिवर्तन करने के लिए नियम इस प्रकार हैं..
कर्म वाच्य में कर्ता के साथ ” से या के द्वारा” का प्रयोग होता है , जिसे हटा कर कर्ता का चिन्ह (ने) आवश्यकता अनुसार प्रयोग करना चाहिए।
क्रिया का रूप कर्ता के अनुसार होना चाहिए।
मूल रूप से कर्ता को ही मुख्य विषय रखना चाहिए।
उदाहरण …
१..महेश द्वारा कविता कविता पढ़ी गई।
महेश ने कविता पढ़ी।
२..नानी जी द्वारा कहानी सुनाई जाती है।
नानी जी कहानी सुनाती हैं।
३..बच्चों से शांत नहीं रहा जाता।
बच्चे शांत नहीं रह सकते।
४..अभय द्वारा पत्र लिखा जाता है।
अभय पत्र लिखता है।
५..गांधी जी द्वारा असहयोग आन्दोलन शुरू किया गया।
गांधी जी ने असहयोग आन्दोलन शुरू किया।
६..पक्षियों द्वारा आकाश में उड़ा जाता है।
पक्षी आकाश में उड़ते हैं।
७..उसके द्वारा अकेलापन महसूस किया जा रहा है।
वह अकेलापन महसूस कर रहा है।
८.. दिवाकर से देखा नहीं जा सकता।
दिवाकर देख नहीं सकता।
९..दादा जी द्वारा चला नहीं जा सकता।
दादा जी चल नहीं सकते।
१०.. डॉक्टर तिवारी द्वारा रोगियों को दवा दी जाती है।
डॉक्टर तिवारी रोगियों को दवा देते हैं।
वाच्य किसे कहते हैं..
संस्कृत में वाच्य परिवर्तन…